हर दिल को किसी ना किसी दिलबर का इंतज़ार तो होता ही है..
काइ सारी रहो से गुज़र के ही ये ज़िंदगी पर होती है...
हर पल दिल तन्हाइयो के साए मे सपने भी बुनता रहता है...
ओर शायद प्यार से ही तो जीने का एहसास होता है ना...?
क्या तुमने कभी सोचा है इस एहेसस word वॅल्यू कितनी...तुम्हारी लाइफ या दूसरो की लाइफ मे...??
हर किसिके मान बहोत से आहेसास छुपे हुआ तो है... पर उन एहसासो को इस ज़ुबान से बयान करना मुश्किल है कितना....
मुजसे Friendship करोंगे..?
I Like you...
I Miss You
You are Grate....
सयद सुनने मई ये Lines सी Dramatic लगती है लेकिन ये तक कहने मे 100 बार सोचते है हम तो.... ..तो जनाब अपनी सारी की सारी Feelings किसीसे Share करना तो बस भूल ही जाओ..!
एहेसास को छुपाना हमारी आदत जो बन गई है.अगर हम किसिके लिए बुरा भी feel करते है तब भी एक बड़ी सी Plastic Smile से तारीफ पे तारीफ किया करते है.......खुद की Feeling जहा चाहे वहाँ फरने-चरने जाए पर सामने वाला इंसान खुश रहना चहिए... but ऐसा क्यू है..?
शायद इसीलिए क्यू की यहाँ पे हर चाहेरा एक दूसरे चाहेरे की मुस्कान के लिए जीता है..
No comments:
Post a Comment