Wednesday 13 August 2014

Love ka The END..!!

सोच समझ कर आँखें मिलना तुम....!!
ये प्‍यार बोहत प्‍यार से ही हो जाता है.....!!
क्यूकी Heart Breaks के साथ deal करना कभी आसान नहीं होता..मन मे कभी ना आने वाले अजीब-अजीब ख़याल का सील सिला शुरू होता है...मेरे साथ ही ऐसा क्यू हुआ ..!!!क्या मैने कोई ग़लती की ...!! क्या सिर्फ़ मेरी ही ग़लती थी क्या मे कुछ ओर कर सकती थी..अब मेरी लाइफ मई ओर कोई नही....My Life is finish..!!
"नही...."  ऐसा कुछ भी नही हुआ life फिर से Normal  हो जाएँगी...पहले जैसे...!!!हा शायद किसी ओर क साथ उसके साथ नही, 'जिसने तुम्हारा साथ छोड़ा ..|| Someone Even Better..|| जो तुम्हारी लाइफ को ओर भी हसीन कर दे वो इंसान...ऐसा होता है. Infact ऐसा ही होता है...प्यार तुमसे कुछ भी करवा सकता है...सवाल ये है की तुम सही करोंगे या ग़लत..!!????..?


हर ज़ख़्म किसी ठोकर की मेहरबानी है...
रिश्तों की खूबसूरती एक दूसरे की बात बर्दाश्त करने में है;
खुद जैसा इंसान तलाश करोगे तो अकेले रह जाओगे।
रोज तारीख बदलती है, रोज दिन बदलते हैं... 
रोज अपनी उमर भी बदलती है... 
रोज समय भी बदलता है... 
हमारे नजरिये भी वक्त के साथ बदलते हैं... 
बस एक ही चीज है जो नहीं बदलती...
और वो हैं हम खुद... और बस ईसी वजह से हमें लगता है कि अब जमाना बदल गया है...वोह जमाना कुछ और था..तेरा मेरा रिश्ता पुराना कुछ और था.पर कभी कभी ख़याल ये भी आता है की..वही जमीं है, वही आसमां, वही हम तुम सवाल यह है..तो फिर  ज़माना  बदल गया कैसे.....?


 कुछ अधूरे अरमानो का सिलसिला ही है ज़िंदगी...हर अरमान तो पूरे होने नही है.पर हमारी मजबूरी ये है की उन मे से कुछ अरमान उन बारीश कि बुंद कि तरह होते है,जिनको छुने कि ख्वाहिश में हथेलिया तो गिली हो जाती है... पर हाथ हमेशा खाली रह जाते है.....!!


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